नई दिल्ली / हमारे देश में पिज्जा दस मिनट में आ जाती है, पर बीमार के लिए एम्बुलेंस यदि मर गए तो शव वाहन समय पर तो बिलकुल नहीं मिल पाती है, दरअसल ऐसी ही एक तस्वीर यूपी के औरेया जनपद के बिधूना सीएचसी से सामने आया है,जहाँ एक भाई अपने बहन के मृत देह को शव वाहन न मिलने से बाईक पर बाँध कर रोते हुए अपने घर की और चल पड़ा..आप भी देखिये इस सरकारी सिस्टम की शर्मनाक तस्वीर…..
जीवन में किसी अपने को मरता देखने से दर्दनाक और कुछ नहीं, एक भाई अपनी बहन की जान नहीं बचा पाया, लेकिन ये लकवा ग्रस्त सिस्टम इस दर्द से ऊपर उठ चुका है, उसे आदत हो चुकी है।
— Ashutosh Tripathi (@tripsashu) November 8, 2023
अरे मरता है तो मरने दो, बाद में जाँच बैठा देंगे।@brajeshpathakup जी जाँच से ज़िंदगी वापस नहीं आती है। pic.twitter.com/fJLkDdT4TA
मिली जानकारी के अनुसार बाबूराम मोहनलाल महाविद्यालय के पास नवीन बस्ती पश्चिमी में रहने वाली अंजलि मंगलवार सुबह नहाने के लिए पानी गर्म करने के लिए कमरे में गई थी,उस दौरान बाल्टी में रखी इलेक्ट्रानिक रॉड के करंट की चपेट में आने से वह बेसुध हो गई,
परिजन ने जब बाल्टी के पास अंजलि को बेसुध अवस्था में पड़ा देखा तो वे उसे लेकर स्थानीय सीएचसी पहुंचे, जहां पर मौजूद डॉक्टरों ने अंजलि को मृत घोषित कर दिया,अंजलि की मौत के बाद मानो उसके भाई, पिता और अन्य परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई,
इसके बाद जो हुआ उसे देखकर हर कोई हैरान हो गया-? बताया जाता है कि अपनी बहन के शव को ले जाने के लिए भाई को कोई साधन नहीं मिला तो भाई ने उसके शव को बाइक पर रखा और दूसरी बहन को बाइक के पीछे बैठाया,बीच में अपनी मृत बहन के शव को भाई ने दुपट्टे से पीठ पर बांधा और घर के लिए रवाना हो गया,
इस घटना को देखकर वहां मौजूद किसी ने भी उस भाई की मदद करने की नहीं सोची और तकरीबन 15 मिनट तक हर किसी की निगाहें इस पूरे घटनाक्रम पर टिकी रहीं, बताया गया कि पीड़ित परिवार के लोग डॉक्टर से बिना पोस्टमार्टम के शव घर ले जाने की बात कहकर सीएचसी के बाहर निकले थे,
इस मामले की खबर से जुड़ी एक पेपर कटिंग को शेयर करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले को हवा दे दी, इसी बीच समाजवादी पार्टी के ट्विटर से भी इस पर टिप्पणी खरते हुए लिखा कि यूपी की स्वास्थ्य सेवाओं पर जमकर हमला बोला, उन्होंने ट्विट करते हुए लिखा, “योगी सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं का निकला जनाज़ा, बहन के शव को बाइक से घर ले गया भाई,
औरैया के बिधूना में सीएचसी के बाहर बाइक पर बहन के शव को पीठ पर बांधकर घर ले जाने की खबर बेहद दुखद एवं इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना है.. विकास के बड़े-बड़े दावे करने वाली भाजपा सरकार का प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग एक एंबुलेंस का इंतजाम न कर सका.. शर्मनाक।”