रिपोर्टर – शेख आलम
रायगढ़ /रायगढ़ जिले के छाल में कोल परिवहन के लिए एसईसीएल के द्वारा कोयला साइडिंग और सेलो का निर्माण कराया जा रहा है, जहां न तो अभी कांक्रीट का बाउंड्री बना है और ना ही फर्श में फ्लोरिंग किया गया है, और यहाँ कोयला के रैक लोडिंग के लिए बकायदा कोयला गिराया जान शुरू कर दिया गया , डंप कोयला को बिखरने से रोकने के लिए सीमेंट के खंबे (स्लीपर) डालकर बाउंड्री बनाया गया है, जिससे की लोडिंग के समय लोडर से लोडिंग करने से कोयला के साथ साथ स्लीपर भी नीचे गिर जा रहे है, और कोयला का भारी नुकसान हो रहा हैं,
वही साइडिंग में डंप हुए कोयले में व्यापक रूप से आग भी लगा लगी हुई है, जिससे प्रबंधन को लाखो रुपए से ऊपर का नुकसान हो रहा है, पर जिम्मेदार अधिकारी द्वारा ध्यान नही दिया जा रहा है, बस बीच बीच में दिखावे के लिए कुछ समय के लिए पानी डाल कर आग को बुझाया जाता है, जबकि पूरी तरह से नही बुझाया जाता, जिससे एसईसीएल का काफ़ी नुकसान हो रहा है, साथ ही समय पर कोयला का रैक न लगने से प्लांटो को भी नुकसान हो रहा है,
वही मामले में साइडिंग इंचार्ज रूपाकांत (एसईसीएल छाल उपक्षेत्र ) का कहना है कि – कोयले में लगी आग को विभाग का फायर ब्रिगेड से बूझाया जा रहा है, एक माह से लगातार आग पर काबू करने पानी छिड़काव किया जा रहा है,उन्होंने आगे कहा कि यहां साइडिंग को आनन फानन में बनाया गया, जिसमे कोयला पूरी तरह उठा नही पाते जिससे कोयला स्टोर होते जा रहा है, और इसमें आग लगना स्वभाविक हो जाता है कोयला का सर्वे किया जाएगा जिससे पता चलेगा की कितना कोयला आग में जल गया