होम Chhattisgarh

बालको ने मजदूर दिवस पर दोहराया सुरक्षित और समावेशी कार्यस्थल का संकल्प

27

कोरबा।वेदांता समूह की प्रमुख कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने मजदूर दिवस के अवसर पर सुरक्षित, डिजिटल और समावेशी कार्यस्थल निर्माण की अपनी प्रतिबद्धता को एक बार फिर दोहराया है। 11,000 से अधिक कर्मचारियों और व्यावसायिक भागीदारों के साथ बालको एक ऐसी कार्य संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है, जहाँ सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।

सुरक्षा संस्कृति को नया आयाम
बालको में सुरक्षा को एक साझी जिम्मेदारी माना जाता है। कर्मचारी और आगंतुक, दोनों ही सुरक्षा मानकों का सख़्ती से पालन करते हैं। पूरे संयंत्र में अग्नि सुरक्षा और सड़क सुरक्षा जैसे विषयों पर मासिक चर्चाओं के माध्यम से सुरक्षा संस्कृति को सुदृढ़ किया गया है। कंपनी ने एआई-संचालित निगरानी प्रणालियाँ और डिजिटल सुरक्षा डिस्प्ले अपनाकर जोखिमों की समय रहते पहचान सुनिश्चित की है।

डिजिटल तकनीक से सशक्तिकरण
बालको ने डिजिटलाइजेशन के माध्यम से न केवल सुरक्षा को पुख्ता किया है, बल्कि प्रचालन दक्षता में भी उल्लेखनीय सुधार किया है। पॉटलाइन जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में एआर/वीआर प्रशिक्षण द्वारा कर्मचारियों को सुरक्षित वातावरण में जटिल कार्यों के लिए तैयार किया जाता है। मैटेरियल मूवमेंट और कास्ट हाउस के संचालन को रियल-टाइम डैशबोर्ड और स्वचालित ट्रैकिंग सिस्टम से पारदर्शिता व गति प्रदान की गई है।

स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता
कंपनी नियमित स्वास्थ्य जांच और निवारक देखभाल के माध्यम से कर्मचारियों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखती है। 100 से अधिक बेड वाले बालको अस्पताल में कर्मचारियों और उनके परिवारों को विशेषज्ञ डॉक्टरों की सेवाएं सुलभ हैं। इसके साथ ही, कर्मचारियों को एक मानसिक स्वास्थ्य एप्लिकेशन भी प्रदान की गई है, जो गोपनीय परामर्श और संसाधन उपलब्ध कराती है।

समुदाय निर्माण और फिटनेस कार्यक्रम
कर्मचारियों के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए बालको द्वारा विभिन्न मैराथन, टूर्नामेंट और फिटनेस पहलें आयोजित की जाती हैं। ये पहलें न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को प्रोत्साहित करती हैं, बल्कि सामुदायिक एकता को भी सशक्त बनाती हैं।

नेतृत्व के विचार
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा, “हमारी हर उपलब्धि हमारे कर्मचारियों की प्रतिबद्धता और सामूहिक सहयोग का परिणाम है। हमारा उद्देश्य एक ऐसा कार्यस्थल बनाना है, जहाँ वे स्वयं को सुरक्षित, सशक्त और समर्थित महसूस करें।”

कर्मचारियों की राय
हाउसकीपिंग टीम की सदस्य श्रीमती संतोषी चौहान ने कहा, “बालको में सुरक्षा सिर्फ़ एक नियम नहीं, जीवन जीने का तरीका है। हम बुनियादी सुरक्षा नियमों का पालन किए बिना दिन की शुरुआत नहीं करते। यह अनुशासन मुझे आत्मविश्वास और गर्व देता है।”

संवेदना और सहभागिता के मंच
कंपनी ने सुरक्षा संकल्प जैसे मासिक कार्यक्रमों के माध्यम से सुरक्षा जागरूकता को बढ़ावा दिया है। साथ ही, बालको प्रीमियर लीग, वॉलीबॉल टूर्नामेंट और सामुदायिक मैराथन जैसे आयोजनों से कर्मचारियों को खेल और मनोरंजन में भागीदारी का अवसर भी मिलता है।

GAYANATH MOURYA