होम Chhattisgarh कोरबा

चोरी के फोन के पार्ट्स का मोबाइल दुकान पर अवैध कारोबार,पुलिस में मामला दर्ज–

47

कोरबा / कोरबा जिले के पाली नगर स्थित एक मोबाइल रिपेयरिंग दुकान में चोरी के मोबाइल फोन के पुर्जे बेचने का अवैध धंधा चलाने का मामला सामने आया है,दुकान संचालक नागार्जुन मानिकपुरी पर आरोप है कि वह चोरी किए गए मोबाइल फोनों को सस्ते दामों पर खरीदकर उनके पुर्जे अलग-अलग बेचता है जिससे पुलिस के लिए चोरी के फोन का पता लगाना मुश्किल हो जाता है,

सूत्रों के अनुसार नागार्जुन के पास चोरी के मोबाइल बेचने वाले लोगों का एक नेटवर्क है,वह इन फोनों को मार्केट प्राइस से काफी कम कीमत पर खरीदता है और तुरंत उनका IMEI नंबर बदल देता है, इसके बाद, फोन को डिस्प्ले, बैटरी, कैमरा, सर्किट बोर्ड आदि पुर्जों में तोड़कर अलग-अलग ग्राहकों को बेच दिया जाता है,चूंकि फोन पूरी तरह नष्ट कर दिए जाते हैं, इसलिए पुलिस के पास चोरी का कोई सबूत नहीं बचता,

आपको बता दें कि पिछले कई सालों से कोरबा और आसपास के इलाकों में मोबाइल चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं, पुलिस के अनुसार, चोरी के बाद अधिकतर फोन स्विच ऑफ मिलते हैं और कभी नेटवर्क पर नहीं आते,इससे संदेह पैदा होता है कि चोर इन्हें ऐसे दुकानदारों को बेच रहे हैं जो फोन के पुर्जों को अलग-अलग बेचकर अवैध मुनाफा कमा रहे हैं,

नागार्जुन पर ग्राहकों को नकली या खराब पुर्जे महंगे दामों पर बेचने का भी आरोप है,कई शिकायतों में दावा किया गया है कि दुकान से मरम्मत करवाने के बाद फोन जल्दी खराब हो जाते हैं, लेकिन दुकानदार शिकायतों को अनसुना कर देता है एक ग्राहक ने बताया, “मैंने अपने फोन का डिस्प्ले बदलवाया था लेकिन एक हफ्ते बाद ही वह काम करना बंद कर दिया,दुकानदार ने मरम्मत से इनकार कर दिया,

हालांकि इस धंधे की जानकारी अब सार्वजनिक हो चुकी हैऔर मामले की शिकायत पुलिस में देने के बाद भी पुलिस ने अभी तक नागार्जुन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, सवाल यह है कि क्या प्रशासन चोरी के मोबाइल के इस अवैध कारोबार पर रोक लगा पाएगा ?

विशेषज्ञों का मानना है कि IMEI ट्रैकिंग सिस्टम को मजबूत करने और दुकानदारों पर निगरानी बढ़ाने से ऐसे मामलों में कमी आ सकती है,फिलहाल पाली के निवासियों ने सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की पुलिस को सूचना देने की अपील की है।

भूपेन्द्र सिंह ठाकुर