गौरेला/पेंड्रा /मरवाही/ नौकर माइंडसेट से जिन्दगी नहीं जिया सकता,ये कहना है एक सरकारी स्कुल में पदस्त गुरूजी का,उनका कहना है कि नौकरी किसी की भी हो इन्सान उसमे बंधा ही रहता है,और अपनी लाइफ इंज्योय नहीं कर पाता है,इसलिए मेने नौकरी से इस्तीफा दे दिया और अब मे आजाद हूँ ,

दरअसल जिले के घुरदेवा पारा नगवाही के प्राथमिक शाला में पदस्त शिक्षक सुनील कुमार पटेल बीते दो सालो से स्कुल नहीं आ रहें थे जिसके कारण यहाँ पढ़ने वाले नौनिहालो के भविष्य को लेकर चिंतित ग्रामीणो ने हल्ला बोल दिया था, जिसके खबर को मिडिया में जनहित के इस मुद्दे को सबसे पहले प्राथमिकता के साथ प्रसारित किया था,
जिस पर संज्ञान के बाद जिला शिक्षा अधिकारी गौरेला पेंड्रा मरवाही के दो सालों से नदारद नेटवर्किंग बिजनेस करने वाले शिक्षक सुनील कुमार पटेल के इस्तीफा के बाद एक अनोखा बयान सामने आया है,
उन्होने कहा कि काम नौकर माइंडसेट से जिन्दगी नहीं जिया जा सकता है, एक मालिक ही जिन्दगी इंजाय कर सकता है,नौकर नहीं,मैं नौकर बन काम नहीं कर सकता,
बहरहाल नौनिहालों की पढ़ाई को मद्देनजर रखते हुये स्कूल से नदारद शिक्षक के इस्तीफे के बाद रिक्त पद को भरने के लिये शिक्षा विभाग की प्रक्रिया तेज हो गयी है,