सूरजपुर / सूरजपुर जिले में 12वीं क्लास में पढ़ने वाली छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है,यहाँ स्कूल में पढ़ने वाले पूर्व क्लासमेट ने छात्रा का अपहरण करने के बाद अपने 5 साथियों के साथ वारदात को अंजाम दिया है, आरोप है कि जंगल में दुष्कर्म के बाद छात्रा की बुरी तरह से पिटाई किया गया और छात्रा के बेहोश होने पर उसे मृत समझकर आरोपी भाग निकले,वही आरोप यह भी है कि इस घटना के बाद परिजन पुलिस थाना मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे थे, लेकिन मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में व्यस्तता बताकर पीड़िता की रिपोर्ट दर्ज नही की गई,स्कूली छात्रा के साथ गैंगरेप की ये वारदात रामानुजनगर थाना क्षेत्र का है,
मिली जानकारी के अनुसार सूरजपुर जिले में श्रीनगर के एक गांव की 12वीं की छात्रा अपने सहेलियों के साथ दशहरा कार्यक्रम देखने पहुंची थी,दशहरा मैदान में रावण दहन के बाद वह सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने के लिए रूकी हुई थी,इस दौरान 9वीं, 10वीं में सहपाठी रहा युवक कांता सिंह युवती को मिला,
दोनों के बीच बातचीत हुई इस दौरान छात्रा ने कांता सिंह से पानी मांगा,कांता ने छात्रा को पानी की बोतल लाकर दी,बताया जा रहा है कि कांता सिंह ने पानी की बोतल में कुछ नशीला पदार्थ मिला दिया था,पानी पीने के बाद छात्रा को नींद आने लगी छात्रा ने सहेलियों से घर चलने की बात कही,इस बीच आरोपी कांता ने छात्रा को घर छोड़ की बात कहकर झांसे में ले लिया,
छात्रा आरोपी के झांसे में आकर उसके साथ बाइक पर घर के लिए रवाना हो गयी,लेकिन इसी बीच आरोपी कांता सिंह ने गांव के बाहर जंगल में छात्रा को ले गया वहां उसके 5 और साथी पहुंच गए, सभी आरोपियों ने छात्रा के साथ हैवानियत करते हुए उसकी आबरू लुट ली,
इस दौरान आरोपियों ने छात्रा पर जानलेवा हमला करते हुए उसके साथ जमकर मारपीट भी की इस घटना में छात्रा के बेहोश होने के बाद आरोपी छात्र घबरा गये,सांस नहीं चलने पर मृत समझकर छात्रा को मौके पर छोड़कर सभी आरोपी भाग निकले, परिजनों ने बताया कि छात्रा के घर नहीं लौटने पर उसकी खोजबीन में लगे थे, इसी दौरान रविवार सुबह पीड़ित छात्रा किसी तरह घिसटते हुए जंगल से बाहर आई,
दिनभर परिजनों ने उसे घर पर रखा होश आने पर सोमवार को परिजन ने रामानुजनगर पुलिस को घटना की सूचना दी, लेकिन थाने में पुलिस ने सीएम का दौरा कार्यक्रम बताकर पीड़ित छात्रा के साथ हुए गैंगरेप की वारदात को गंभीरता से न लेते हुए रिपोर्ट नहीं लिखी, परिजनों ने आरोप लगाया है कि छात्रा को लेकर श्रीगनर और उसके बाद सूरजपुर हॉस्पिटल इलाज के लिए पहुंचे,
पुलिस रिपोर्ट नहीं होने के कारण अस्पतालों में उसका इलाज शुरू नहीं हुआ,इसके बाद परिजन मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर छात्रा को लेकर पहुंचे,यहां छात्रा को गंभीर चोट के बाद भी बिना एमएलसी नही किया गया,इस घटना की जानकारी पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को मिलने पर उन्होने तत्काल इस पर संज्ञान लिया,
बताया जा रहा है कि टीएस सिंहदेव ने आईजी अंकित गर्ग को तत्काल फोन कर पुलिस के गैर जिम्मेदाराना रवैए पर नाराजगी जताई,इसके बाद जाकर पुलिस ने पीड़ित छात्रा की शिकायत लिखी इसके बाद सिंहदेव ने मेडिकल कॉलेज के डीन से बात कर युवती के इलाज के संबंध में जानकारी ली,वहीं इस पूरे घटनाक्रम पर कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि जब वह लोग अस्पताल पहुंचे, तब युवती को स्ट्रेचर से बिस्तर पर लिटाकर इलाज शुरू किया गया,कांग्रेसियों ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है,वही आरोपियों की तीन दिनों में गिरफ्तारी नहीं होने पर कांग्रेस ने आंदोलन की चेतावनी दी है,