रायगढ़ / पीएमश्री नटवर स्कूल में आयोजित पीटीएम कार्यक्रम, छात्र हितों पर हुई विस्तार से चर्च,जिले के 250 संकूलों में आयोजित हुआ पालक-शिक्षक बैठक कार्यक्रम, शिक्षक, पालक एवं जनप्रतिनिधि हुए शामिल,दरअसल रायगढ़ कलेक्टर कार्तिकेया गोयल शहर के पीएमश्री नटवर स्कूल में आयोजित मेगा पालक-शिक्षक बैठक कार्यक्रम में शामिल हुए,

यहां उन्होंने छात्र-छात्राओं एवं उनके पालकों से प्रदेश में लागू नई शिक्षा नीति की जानकारी दी और शिक्षा की गुणवत्ता पर भी चर्चा की,इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्री जितेन्द्र यादव उपस्थित रहे, कलेक्टर गोयल ने कहा कि शासकीय स्कूलों में पालक शिक्षक बैठक कार्यक्रम शुरू किया गया है,

कार्यक्रम के माध्यम से पालकों एवं शिक्षकों का संवाद बच्चों के सर्वांगीण विकास में अहम भूमिका निभाएगा,पालक शिक्षक बैठक का मुख्य उद्देश्य है पढ़ाई-लिखाई और स्कूली गतिविधियों में शिक्षकों के साथ पालकों की सहभागिता हो, उन्होंने बताया कि आज स्कूलों में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बहुत सी गतिविधियां संचालित की जा रही हैं,

उन्होंने पालकों से अनुरोध किया कि अपने बच्चों के शिक्षकों से सतत् संपर्क में रहें,इससे बच्चे के पढ़ाई लिखाई के बारे में जानकारी मिलेगी ही साथ ही आपकी सहभागिता से बच्चे सही दिशा की ओर अग्रसर होंगे, कलेक्टर ने कहा कि पालकों को बच्चों के भविष्य के प्रति जो जिज्ञासा होती है वह पालक और शिक्षक मीटिंग के संवाद के माध्यम से जानकारी हो सकेगा,

यह शैक्षणिक सत्र में चार बार होगी, उन्होंने कहा कि स्कूल में शिक्षक पेरेंट्स का रूप होता है, शिक्षकों और पालकों दोनों की सांझा जोड़ी के माध्यम से बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने में हेल्प करेगी, उन्होंने कहा कि हर माता-पिता की यही आशा रहती हैं की उसका बच्चा सबसे अवल्ल रहे,

इसके लिए बच्चों की छुपी हुई प्रतिभा को खोजना हर पालक की जिम्मेदारी हैं, उन्होंने कहा कि सबका बच्चा यूनिक होता है,पढ़ाई के साथ उसके मन में किया रूचि हैं उस बात पर आपको ध्यान देना होगा, इसके लिए आपका बच्चा जिस स्कूल में पढ़ रहा हैं उसका फीडबैक लेते रहे,साथ ही बच्चे के अच्छे भविष्य के लिए पालक और शिक्षक को आपस में संवाद रखना होगा,
        इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष श्रीमती पूनम सोलंकी, सुरेश गोयल, ज्ञानेश्वर सिंह गौतम, प्रवीण द्विवेदी, एसडीएम रायगढ़ प्रवीण तिवारी, नायब तहसीलदार श्रीमती तृप्ति चंद्राकर, प्राचार्या रूबी वर्गिस सहित शिक्षक और बड़ी संख्या में बच्चों के पालक उपस्थित रहे,


बच्चों के रूचि व रूझान को समझें, न बनायें अनावश्यक दबाव– कलेक्टर ने कहा कि आपका बच्चा जिस स्कूल में पढ़ रहा है और जो शिक्षक पढ़ा रहे है वह बेस्ट है, बच्चों को अच्छी परवरिश के साथ एक बेहतर शैक्षणिक वातावरण देने कि जिम्मेदारी एक माता-पिता और शिक्षकों की होती है,लेकिन जरूरी नहीं कि आपका बच्चा केवल सरकारी नौकरी करेगा, वह पढ़ाई करके एक अच्छा डॉक्टर, इंजीनियर, उद्योगपति या एक अच्छा कारीगर भी बन सकता है,

इसके लिए आपके बच्चे के मन में किस तरह का रूचि व रुझान है, उसको समझें न की उसके ऊपर किसी प्रकार का अनावश्यक दबाव बनाएं,उन्होंने कहा कि मीटिंग के माध्यम से पैरेंट अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए अपना सुझाव भी दे सकते है,


जिले के 250 संकूलों में आयोजित हुआ पालक-शिक्षक बैठक– वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2024-25 में प्रथम पालक-शिक्षक मेगा बैठक का आयोजन जिले के 7 विकासखण्ड के 250 संकुलों में किया गया। शिक्षक-पालक मेगा बैठक का उद्देश्य शिक्षक एवं पालकों के मध्य समन्वय, पालकों को उनके बच्चों के पढ़ाई में मदद हेतु समाधानात्मक कारक उपाय सुझाना तथा शासन द्वारा बच्चों को संचालित विभिन्न हितग्राही योजनाओं एवं शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन हेतु राज्य में संचालित विभिन्न कार्यक्रमों से पालकों को अवगत कराना है,

शिक्षक-पालक मेगा बैठक के दौरान 12 बिंदुओं पर छात्र हित में शासन द्वारा संचालित योजनाओं, शिक्षा गुणवत्ता सुधार के लिये संचालित योजनाओं, अध्ययन-अध्यापन में आने वाली समस्याओं, सुचारू अध्यापन, ड्रॉपआउट या लंबी अनुपस्थिति वाले बच्चों की शाला में उपस्थित कराना, बेहतर परीक्षा परिणाम पर विस्तार से चर्चा की गई।

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