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बड़ी खबर:-करीब छह सौ साठ करोड़ रूपये की गड़बड़ी मामले IAS भीम सिंह से भी पूछताछ शुरू–

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रायपुर /छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन-सीजीएमएससी में हुए करीब छह सौ साठ करोड़ रूपये की गड़बड़ी के मामले में एसीबी और ईओडब्ल्यू ने रायगढ़ के पूर्व कलेक्टर आईएएस अधिकारी भीम सिंह से भी पूछताछ शुरू की है,

इससे पहले आईएएस अधिकारी चंद्रकांत वर्मा से करीब छह घंटे पूछताछ की गई थी, आपको बता दें कि एसीबी और ईओडब्ल्यू के अधिकारी सीजीएमएससी में हुए घोटाले से जुड़े दस्तावेजों और टेंडर प्रक्रिया को लेकर पूछताछ कर रही है,

EOW ने अपनी एफआईआर में स्वास्थ्य महकमे के आला अधिकारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है,एफआईआर में स्वास्थ्य संचालक और सीजीएमएससी की एमडी पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं,एफआईआर के बाद यह माना जा रहा है कि जांच की जद में अब कई आला अफसर आ सकते हैं,

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस घोटाले में शामिल कुछ लोगों की जल्द गिरफ्तारी भी हो सकती है,ईओडब्ल्यू की शुरुआती जांच में सामने आया है कि दवा खरीदी के नाम पर अफसरों की मिलीभगत से सरकार को अरबों रुपये की चपत लगाई गई,

आपको बता दें किये था पूरा मामला – ऑडिट टीम ने CGMSC की दवा सप्लाई और उपकरण को लेकर साल 2022-23 और 2023-24 के दस्तावेज को खंगाला, तब सामने आया कि बना बजट के 660/- करोड़ रुपये की खरीदी की गई थी,जांच में ऑडिट टीम ने इसे पकड़ लिया,

फिर सामने आया कि पिछले कई सालों में जरूरत से ज्यादा केमिकल खरीदे गए,इतना ही नहीं मेडिकल उपकरण को खपाने के लिए नियम कानून की अनदेखी की गई,जिस अस्पताल में दवा और मशीन की जरूरत नहीं थी, वहां भी कागजों सप्लाई कर दिया गया,ऐसा 700 से ज्यादा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में किया गया था,

हाल ही में एसीबी और ईओडब्ल्यू की टीम ने छत्तीसगढ़ मेडिकल कॉर्पोरेशन में हुई गड़बड़ी के मामले में रायपुर, दुर्ग समेत कई जिलों में गवर्मेंट सम्पलायर मोक्षित कॉरपोरेशन के ठिकानों पर दबिश दी थी,इस दौरान शशांक चोपड़ा, सिद्धार्थ चौपड़ा और उनके भाइयों के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की थी इस दौरान टीम को कई अहम दस्तावेज भी मिले थे,

भूपेन्द्र सिंह ठाकुर