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अपने ही थाने गिरफ्तार हो गया रिश्वतखोर थानेदार, घसीटते हुए थाने से ले गई ACB की टीम……

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नई दिल्ली /मिर्जापुर / देशभर में रिश्वतखोरों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है, जहाँ किसी अधिकारी ने रिश्वतखोरी की वहां वह सीधा ACB की गिरफ्त में अब लगातार ऐसी कार्यवाहियों से सीख लेते हुये रिश्वतखोर अधिकारियों को चेत जाना चाहिये,

ऐसा ही एक मामला है उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से रिश्वतखोर पुलिसकर्मी का एक वीडियो सामने आया है, इस पुलिस अधिकारी को एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है,पकड़े जाने के बाद थानेदार साहब एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम के साथ जाने के लिए तैयार ही नहीं थे,

ऐसे में उन्हें जबरन गाड़ी में बैठाया गया इस घटना का मजेदार वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है,वीडियो में घूसखोर थानेदार जोर-जोर से चिल्लाता दिखाई दे रहा है,वह चंगुल से छूटकर भागने की कोशिश भी कर रहा है, लेकिन एंटी करप्शन की टीम चील्ह थानेदार को घसीटते हुए जीप में बैठाकर अपने साथ ले जाती है,

यह मामला मिर्जापुर के चील्ह थाने का है यहां के टाउन इंस्पेक्टर शिवशंकर सिंह को एसीबी की टीम उनके ही थाने से घसीटकर ले अपने साथ गयी, थानेदार साहब सफाई देते रहे लेकिन एसीबी के अधिकारियों ने उनकी एक नहीं सुनी,थाने पर मौजूद अन्य पुलिसकर्मी एक किनारे खड़े होकर एक टक पूरा नजारा शांति से देखते रहे,वहीँ इस कार्यवाही से बाकी पुलिसकर्मी भी चेत गये साथ ही रिश्वतखोरों के लिये यह बड़ा झटका है,

दरअसल पूरा मामला ये है कि चील्ह थानेदार शिवशंकर सिंह ने एक लड़की से दुष्कर्म मामले में रिपोर्ट दर्ज करने के लिए, पीड़ित के परिवार से 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी,पीड़ित लड़की के मामा ने इतनी रकम देने में जब असमर्थता जतायी तो 30 हजार में मामला तय हुआ,

पीड़िता के मामा ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से कर दी थी शिकायत की जांच करते हुए एंटी करप्शन की टीम चील्ह थाने के पास मंडराने लगी,वहीँ पहले से ही कोई पीड़ित है तो ऐसे में उसको रिश्वत के नाम पर प्रताड़ित किया जाना कहाँ तक सही है,

इस मामले में शिकायतकर्ता ने जैसे ही 30 हजार रुपये थानाध्यक्ष को दिए,वैसे ही एंटी करप्शन की टीम भी थाने के अंदर पहुंच गई और थानाध्यक्ष को घूस की रकम के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया,इसके बाद एंटी करप्शन की टीम थानेदार को उनके ही थाने से घसीटते हुए बाहर लाई,थानेदार के हाथ-पैर उठाकर उन्हें अपनी गाड़ी में भरा और साथ ले गयी,इस पूरे नज़ारे को वहां खड़े आम लोगों सहित थाने के अन्य पुलिसकर्मी देखते रहे,

भूपेन्द्र सिंह