रायगढ़ / स्वामी विवेकानंद युवा प्रोत्साहन योजना के नाम पर सरकार सभी जिलों को फंड देती है। लेकिन इससे कोई काम हुए ही नहीं। रायगढ़ जिले में करीब सवा तीन करोड़ रुपए थे। इसमें से 1.67 करोड़ रुपए खर्च हो गए लेकिन कहां हुए खर्च यह पता नहीं ?

दरअसल प्रदेश में युवा शक्ति को राष्ट्र के विकास में योगदान देने के लिए स्वामी विवेकानंद युवा प्रोत्साहन योजना चलाई जा रही है, यह प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में लागू की गई है, इस योजना में ग्रामीण क्षेत्र के 15 से 35 वर्ष के युवा सम्मिलित होते हैं। ग्रामीण युवाओं में सामाजिक नेतृत्व विकसित करना है और उन्हें आधुनिक संचार सुविधाओं की पहुंच बनाना, उनके व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास करना तथा युवाओं के बीच एकता की भावना विकसित करना इस योजना का मुख्य उददेश्य है,इसके लिए अच्छी खासी राशि सरकार जारी करती है,

लेकिन यह योजना प्रदेश में कहां तक पहुंची,इस योजना में कितना काम हुआ, इसका कोई हिसाब-किताब ही नहीं है, विधानसभा में दिए गए एक प्रश्न के जवाब में बताया गया कि रायगढ़ जिले में 2019-20 से 2023-24 तक पांच सालों में सरकार ने 2,34,25,068/- रुपए आवंटित किए,
इसके पूर्व वर्षों की राशि 81,51,595/- रुपए भी बची हुई थी,इस तरह कुल 3,15,76,663/- रुपए का फंड जमा हो चुका था, इन पांच सालों में कुल 1,67,99,577/- रुपए व्यय भी हो गए,दिलचस्प बात यह है कि इसमें से कितनी राशि किस काम में व्यय की गई इसका कोई लेख या हिसाब नहीं है,वर्ष 2023-24 में जिले को 48,30,068/- रुपए दिए गए थे,
कहां खर्च हो गई रकम– इतना भारी-भरकम फंड युवाओं को प्रोत्साहित करने पर खर्च करना था,विधानसभा में दिए गए जवाब के अनुसार इस राशि से किए गए कामों का कोई हिसाब नहीं है केवल राशि खर्च का ब्यौरा दिया गया, पता चला है कि ऐसा ही हाल कई अन्य जिलों में भी है…..