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नगरीयनिकाय चुनाव-पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित होनेपर इस बार अध्यक्ष पद पर मानिकपुरी पनिका समाज करेगा दावेदारी……

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रायगढ़ / छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर पार्षद के लिए वार्डो का आरक्षण हो गया है वही पिछड़ा वर्ग सीट इस बार जीरो है। वार्डो के आरक्षण में st,sc,सहित सामान्य सीट पर ओबीसी भी लड़ेंगे चुनाव साथ चुनाव को लेकर लैलूंगा में उत्साह चरम पर है।

सभी अपने अपने स्तर पर कार्य में लग चुके है भाजपा कांग्रेस दोनों ही वार्डो में चुनाव लड़ने संपर्क में लगे हुए है वही इस बार पिछड़ा वर्ग के लिए अध्यक्ष की कुर्सी आरक्षित होगा तो मानिकपुरी पनिका समाज दावेदारी पेश करने तैयार है। पिछड़ा वर्ग अथवा सामान्य पर यहां सभी वर्ग के लोग दावेदारी जताने के लिए तैयार दिख रहे हैं।

शहर में कुल 15 वार्ड हैं, जिनमें पार्षद पद के लिए नाम चिन्हांकित करने का सिलसिला दोनो ही पार्टी भाजपा और कांग्रेस में भीतर ही भीतर चल रहा है। लिहाजा ऐसे स्थानीय नेता वार्डों में घूम-घूम कर अपना न केवल पोजीशन बनाने में लग गए हैं बल्कि चरण वंदन भी करने लगे हैं। जनता के बीच ना जाने वाले भी अपना अंदाज बदल कर बातें करने लगे हैं।

मानिकपुरी पनिका समाज (महंत) का रहेगा नगर पंचायत चुनाव में बड़ा महत्व योगदान

आपको बता दे कि मानिकपुरी पनिका समाज सबसे पुराने बाशिंदा है परंतु नगर पंचायत चुनाव में प्रतिनिधत्व करने का मौका नहीं मिला है परंतु इस बार दावेदारी हेतु तैयार है भाजपा के युवा कार्यकर्ता बज्रदास महंत (भूकंप) एवं उनकी पत्नी संध्या महंत मजबूत दावेदार है बज्रदास महंत वर्तमान ने श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष है और धार्मिक क्षेत्रों में भी उनका काफी योगदान रहता है साथ गौरी शंकर मंदिर समिति लैलूंगा के अध्यक्ष हैं और मानिकपुरी पनिका समाज ब्लॉक अध्यक्ष है दोनों पति पत्नी धार्मिक क्षेत्रों में लगातार काम करते रहते हैं,

इसलिए इनका पकड़ हर वर्ग के लोगों के साथ है साथ ही सभी समाज के साथ पारिवारिक लगाव भी है बज्रदास महंत भूकंप का निवास वार्ड नंबर 03 जुनाडीह है जो सबसे पुराने लैलूंगा के नाम से जाना जाता है साथ ही बज्रदास महंत का ननिहाल भी वार्ड नंबर 06 में है जिससे उनका वार्ड नंबर एक से लेकर 15 वार्डो में मजबूत पकड़ है हर मोहल्ले में इनका पारिवारिक लगाव बना हुआ है भूकंप महंत हमेशा लोगों के लिए सेवाभाव से आधी रात को खड़े रहते है जिससे उनका व्यक्तिव काफी लोकप्रिय है,

बज्र दास महंत की पत्नी संध्या महंत शनि मंदिर से जुड़ कर सभी वर्गों से जुड़े हुए हैं साथ ही संध्या महंत शुरू से संघ परिवार से जुड़े हुए है संध्या महंत पूर्व चुनाव में पार्षद पद के लिए मात्र 6 वोटो से हार गई थी फिर भी उनक जुड़ाव लोगों लगातार बना हुआ है और पार्टी के विधानसभा चुनाव एवं लोकसभा चुनाव में सभी वार्डो में जनसंपर्क कर चुके हैं इस बार वही भूकंप महंत लगातार पार्टी में सक्रिय रूप से कार्य कर रहे है वर्तमान में पार्टी ने उन्हें शक्ति केंद्र तोलगे का सहप्रभारी भी बनाया है,

भूकंप महंत हर किसी के सहयोग के लिए आधी रात को तैयार रहते है सामाजिक कार्य हो या प्रशासनिक या पक्ष विपक्ष सबके लिए सेवाभाव से कार्य करते है पत्रकार होने के नाते प्रशासन स्तर पर भी अच्छी पैठ है व उनके व्यवहार से सभी वर्गों के लोग खुश रहते है आपको बता दे कि नगर पंचायत चुनाव में अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को नगर नेतृत्व का नगर वासियों को सेवा करने का अवसर मिल गया है ,

परंतु लैलूंगा से सबसे पुराने बाशिंदे महंत समाज को अभी तक मौका नहीं मिला है महंत समाज लैलूंगा की पुरानी पहचान है असलियत व अस्मिता को संजोए हुए हैं लैलूंगा के सबसे पुराने बाशिंदा होने का गौरव प्राप्त है महंत समाज बहुत ही जागरूक और धार्मिक विचारधारा को अपनाने वाला समाज है कबीर साहब के मार्ग में चलकर समाज को एक सकारात्मक संदेश देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

पति पत्नी के सरल व्यक्तिव से प्रभावित है नगरवासी

बज्रदास महंत (भूकंप) एवं पत्नी संध्या महंत काफी सरल व्यक्तिव हैं संध्या महंत जिस तरह गृहिणी के रूप में घर को स्वर्ग बनाया है उसी तरह नगर में भी धार्मिक प्रवृत्ति से सबसे काफी लगाव स्थापित की है नगर की जनता इस बार केवल राजनीतिक जीवन काल का आकलन न करते हुए आंतरिक संबंधिकों एवं उनके व्यक्तिव को पारिवारिक पृष्ठ भूमि को आकलन करते हुए आशीर्वाद देगी नगर सरकार के रूप में छोटे बड़े अभी वर्गों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर नगर विकास में योगदान देने वाली नेतृत्व को मौका दे,

हालांकि भारतीय जनता पार्टी किसको मौका देती है उस पर निर्भर है लेकिन कही न कही महंत समाज को मौका नहीं मिलने पर भाजपा को नुकसान ना हो इस पर भी पार्टी को विचार करना होगा क्योंकि महंत समाज की जनसंख्या भी नगर में अधिक है और विधानसभा चुनाव व लोकसभा में देखने को मिला हैं कि महंत समाज भारतीय जनता पार्टी के पक्ष कार्य किए है। इस बार लैलूंगा की जनता बेहद जागरूक और समझदार हो गई नगर पंचायत की स्थिति को देखते हुए दो बार से कांग्रेस के अध्यक्षों का विकास देख चुके है उनको मालूम है नगर में कैसे चेहरे आने चाहिए मक्खन लगाने वालो को बखूबी समझ रहे हैं और मुस्कुरा रहे हैं।