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50 टुकड़ों में कटी 165 लीटर के रेफ्रिजरेटर में मिली महिला,पुलिस कर रही मामले की जाचं–

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नई दिल्ली / बेंगलुरु से भी श्रद्धा वाकर हत्याकांड जैसा ही एक मामला सामने आया है,यहाँ बेंगलुरु के व्यालिकावल स्थित अपने घर में 29 वर्षीय महिला की हत्या कर दी गई और उसके शव के टुकड़े करके उसे फ्रिज में रख दिया गया था,दरअसल यह घटना शनिवार को तब प्रकाश में आई जब पड़ोसियों ने सिंगल बेडरूम वाले अपार्टमेंट से बदबू आने पर उसके परिवार को इसकी जानकारी दी, इस वीभस्त मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है,

पीड़िता की पहचान एच महालक्ष्मी दास के रूप में हुई है, जो एक मॉल में कर्मचारी थी और व्यालिकावल में पाइपलाइन रोड की निवासी थी, दुर्गंध ने पड़ोसियों का ध्यान खींचा और उन्होंने महालक्ष्मी के भाई उक्कुम सिंह को इसकी सूचना दी महालक्ष्मी की माँ और बड़ी बहन जब अपार्टमेंट में दाखिल हुईं तो उन्होंने पाया कि सामने का दरवाज़ा बाहर से बंद था, रेफ्रिजरेटर पर कीड़े और खून के धब्बे थे,

परिवार ने एक सदस्य ने दरवाजे वाला रेफ्रिजरेटर खोला, जहां उन्होंने देखा कि शव टुकड़ों में बिखरा हुआ था और वह सदमे से बेहोश हो गया, बताया जाता है कि शव को करीब 50 टुकड़ों में काटा गया था और उसे 165 लीटर के रेफ्रिजरेटर में रखा गया था,

जानकारी के अनुसार पीड़िता के कटे हुए पैर फ्रिज के ऊपरी शेल्फ पर रखे गए थे, शरीर के बाकी हिस्से बीच में और उसे नीचे वाले हिस्से में रखा गया था, तेज गंध के कारण कुछ पुलिसकर्मियों को उल्टी आने लगी, जबकि घटनास्थल पर पहुंचे अन्य पुलिसकर्मियों ने दोहरे मास्क पहन लिए,

मामले में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (पश्चिम क्षेत्र) एन सतीश कुमार ने कहा, ‘‘ऐसा प्रतीत होता है कि यह घटना चार से पांच दिन पहले की है, उन्होंने कहा कि डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक विशेषज्ञ पहुंचे और जांच शुरू हुई, बेंगलुरु पुलिस ने हत्या के मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 103 (1) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है, हत्या का मकसद अभी भी अज्ञात है,रविवार को पीड़िता के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया और नतीजों का इंतजार है,

महालक्ष्मी की मां मीना राणा (58) ने अपनी शिकायत में कहा कि हत्या का पता चलने से एक दिन पहले उन्हें दुर्गंध के बारे में बताया गया था, पीड़िता के एक पड़ोसी ने उसके भाई उक्कुम को गंध के बारे में बताया था, शुक्रवार को मेरी सबसे बड़ी बेटी लक्ष्मी ने मुझे बताया कि पड़ोसी ने उक्कुम सिंह से कहा था,

लेकिन तब तक शाम के 7 बज चुके थे, इसलिए हमने अगले दिन महालक्ष्मी के घर जाने का फैसला किया और शनिवार को मैं लक्ष्मी और उसके पति इमरान के साथ घर गई और पाया कि दरवाज़ा बाहर से बंद था,” उसने अपनी शिकायत में कहा, साथ ही यह भी बताया कि वे दूसरे पड़ोसी से मिली अतिरिक्त चाबी का इस्तेमाल करके अपार्टमेंट में दाखिल हुए थे,

“जब हम अपार्टमेंट में दाखिल हुए तो हमने पाया कि वहां पूरी तरह से तोड़फोड़ की गई थी, कपड़े, चप्पल, बैग और एक सूटकेस लिविंग रूम में फेंका गया था, उन्होंने बताया, “रेफ्रिजरेटर के पास कुछ कीड़े थे और ऐसा लग रहा था कि उस पर खून के धब्बे भी थे, जब मैंने फ्रिज खोला तो मैं सदमे में बाहर भागी और अपने दामाद इमरान को बताया इमरान ने तुरंत पुलिस को फोन किया,

पीड़ित के बारे में– 29 वर्षीय पीड़िता महालक्ष्मी मल्लेश्वरम में कपड़ों की दुकान फैशन फैक्ट्री में टीम लीडर के तौर पर काम करती थी और वह पिछले दो हफ़्तों से काम पर नहीं गई थी, वह पिछले पांच महीने से जी+3 बिल्डिंग की पहली मंजिल पर किराए के मकान में रह रही थी,,,,

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