रायगढ़ / गुम इंसान की सघन खोजबिन में हुआ व्यक्ति की जंगली सूअर के अवैध शिकार में करंट लगने से हुई थी मौत मामले का खुलासा,अपराध छिपाने जंगल में शव छिपाकर हो गए थे फरार,पुलिस ने सबूत जुटाकर आरोपियों को किया गिरफ्तार, 

गैर इरादतन हत्या और साक्ष्य छिपाने के अपराध में चक्रधर नगर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्यवाही शुरू की है,दरअसल बीते 09 अगस्त को ग्राम नटवरपुर के तेजकुमार धनवार ने अपने पिता सुग्रीव धनवार के 07.08.2024 से लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराया था,

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि सुग्रीव धनवार की मौत बिजली के करंट से हुई थी,जो अवैध शिकार के लिए लगाए गए तार से हुआ है, घटना के दिन सुग्रीव अपने भाई हीरालाल के साथ गांव बलभद्रपुर गए थे, जहां दोनों ने शराब पी और वापस लौटते समय जंगल रास्ते में सुग्रीव धनवार करंट लगने से वहीं गिर गया जिसे हीरालाल उसी हालत में छोड़कर घर लौट आया,

अगले दिन जब सुग्रीव की तलाश शुरू हुई, तब हीरालाल ने घटना की जानकारी दी,सुग्रीव के घरवाले जंगल जाकर देखे वहां कोई नहीं मिला,तब खोजबिन कर थाने में गुम इंसान रिपोर्ट दर्ज कराये,मामले में चक्रधरनगर थाना प्रभारी निरीक्षक प्रशांत राव ने घटना को गंभीरता से लेते हुए गुम इंसान जांच में लापता हुए सुग्रीव के घरवालों से पूछताछ का सिलसिला शुरू किया गया,

इस दौरान गांव के गुड्डू धनवार की गतिविधि संदिग्ध पाई गई, जिसे घटना के दिन के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने कबूल किया कि उसने और नीलकंठ राठिया उर्फ भूरी ने बलभद्रपुर जंगल में अवैध शिकार के लिए बिजली के तार लगाए थे,जिसमे चिपक कर सुग्रीव की मौत हो गई थी पर पकड़े जाने के डर से उन्होंने शव को जंगल में छिपा दिया,

पुलिस ने तत्काल  दुसरे  आरोपी नीलकंठ राठिया को हिरासत में लिया और आरोपियों की निशानदेही में शव को बिछाये कंरट वाले स्थाने से काफी दूर झाडियों से बरामद कर मृतक के वारिसान से पहचान कराई,जिसे परिजन पहचान सुग्रीव धनवार के रूप में किये, पुलिस दोनों आरोपियों के खिलाफ अप.क्र. 371/2024 धारा 105, 238, 3(5)बीएनएस, 135  विद्युत अधिनियम का अपराध कायम कर गिरफ्तार किया और आरोपियों से घटना में इस्तेमाल किए गए लगभग 1 किलो जेआई तार एवं जिस साइकिल शव को अन्यंत्र ले जाकर छिपाया गया उस साइकिल को भी बरामद कर लिया और अब आगे की कार्यवाही जारी है, 

थाना प्रभारी चक्रधरनगर निरीक्षक प्रशांत राव के हमराह सहायक उप निरीक्षक नंद कुमार सारथी, प्रधान आरक्षक श्यामदेव साहू, हेमप्रकाश सोन आरक्षक सुशील मिंज और रूपराम साहू की आरोपियों की पतासाजी, गिरफ्तारी में अहम भूमिका रही है,,,,

 

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