रायगढ़ / मेरे बाद मेरे पुत्र का क्या होगा ये सोच महिला ने अपने ही हाथों से अपने दुधमुहे बच्चे का गला दबाकर हत्या कर दी, दरअसल डायल-112 के माध्यम से घरघोड़ा पुलिस को सूचना मिली कि तहाना क्षेत्र के ग्राम बरौनाकुण्डा जूनाडीह में एक महिला ने अपने डेढ साल के बच्चे की गला दबाकर हत्या कर दी गई है,
सूचना पर घरघोड़ा थाना प्रभारी घरघोड़ा निरीक्षक अमित तिवारी आपने दलबल के साथ घटनास्थल की ओर रवाना हुए,और घटनास्थल पहुचकर शव का निरीक्षण, पंचनामा कार्यवाही पश्चात शव को पीएम के लिये रवाना किया,पुलिस ने तत्काल आरोपी महिला को हिरासत में लेकर थाना ले आई,
घटना के संबंध में सरपंच समेश्वर साय राठिया ने बताया कि मृत बालक – आयुष धोबी उम्र करीब डेढ साल (1.5 साल) को उसकी मां श्रीमती लक्ष्मी धोबी द्वारा दिनांक 04 जुन 2024 के रात्रि करीब सुबह 03.30 बजे गला दबा कर हत्या कर दी, वही मामले में पूछताछ में आरोपिया श्रीमती लक्ष्मी धोबी पति मधुकुमार धोबी उम्र 21 वर्ष ने बताया कि कल रात्रि घर के अंदर बच्चे के साथ सोयी थी और पति आंगन पर सोया था,
वह कई दिनों से आत्महत्या का विचार कर रही थी और उसके आत्महत्या के बाद बेटा अनाथ हो जायेगा ये सोंचकर उसने पहले बेटे का हाथ से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी, जिसके बाद घरघोड़ा पुलिस द्वारा घटना के संबंध में मर्ग क्र. 66/2024 धारा 174 सीआरपीसी से आरोपिया पर अप.क्र. 178/2024 धारा 302 आईपीसी का पंजीबद्ध कर आरोपिया को हत्या के अपराध में गिरफ्तार कर लिया और अब आगे की कार्यवाही जारी है,
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश मरकाम, अनुविभागीय अधिकारी धरमजयगढ़ सिद्धांत तिवारी के मार्गदर्शन पर अबोध बालक की हत्या मामले में आरोपिया की तत्काल गिरफ्तारी में निरीक्षक थाना प्रभारी घरघोड़ा अमित तिवारी, एएसआई राजेश मिश्रा, आरक्षक राजेश राठौर, किशोर राठौर, दीपक खलखो, महिला आरक्षक गायत्री यादव, रश्मि तिर्की शामिल थी।