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अपना हक पाने के लिए राष्ट्रपति का दत्तक पुत्र पहाड़ी कोरवा,करने जा रहा है आमरण अनशन, अनशन से न्याय नहीं मिला तो कर लेगा आत्मदाह…..

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कोरबा/ एक पहाड़ी कोरवा के मकान पर दबंग एक नेत्री ने जबरन कब्जा कर घर में रखे सामानों की चोरी कर ली,पुलिस से की गई शिकायत के बाद पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश करते पीड़ित पहाड़ी कोरवा से मकान जमीन के सबूत समेत मकान बनाने वाले मिस्त्री, मटेरियल सप्लायर, इलेक्ट्रिशियन, पलंबर तक का बयान व बिल वाउचर थाने में जमा कराया बाद में जब पुलिस को शिकायतकर्ता के बयान पर भरोसा हो गया तो कांग्रेसी नेत्री और उसके सहयोगियों पर एफआईआर तो दर्ज कर लिया गया,

लेकिन मकान अब भी उनके कब्जे में है, जिसको लेकर अनेकों शिकायत देने के पांच महीने बाद भी पीड़ित को उसका हक नहीं मिल सका है, जिसके बाद थक हार कर अब वो मुख्यमंत्री निवास ले सामने आमरण अनशन करने जा रहा है, पीड़ित को इसके बाद भी हक़ नहीं मिलेगा तो वो सपरिवार आत्मदाह करने से भी पीछे नहीं हटूंगा कहता है,

दरअसल पहाड़ी कोरवा का ये पूरा मामला है सिविल लाइन थाना क्षेत्र के महाराणा प्रताप नगर का है , यहां पहाड़ी कोरवा फिरत राम पहाड़ी कोरवा पिता स्वः पंचराम की करीब 3 एकड़ भूमि स्थित है, इसी भूमि को संरक्षित करने फिरत राम ने अपने कुछ सहयोगियों की मदद से करीब एक एकड़ भूमि में बाउंड्रीवॉल का निर्माण करा अपने रहवास के लिए एक कमरे का निर्माण कराया,

उसकी भूमि में बाउंड्रीवाल से पहले ही आसपास के रहवासियों ने एक हनुमान मंदिर का निर्माण कराया हुआ था, जिसे फिरत ने वैसे ही स्वरूप में रहने दिया, वरन मंदिर में आवाजाही व सार्वजनिक पूजापाठ को ध्यान रखते हुए बाउंड्री में एक स्थान को रास्ते हेतु छोड़ दिया है,

इसी मकान में फिरत रहा करता था,इस जमीन पर पहले एक कांग्रेस नेत्री रंजना सिंह अपने सहयोगी चेतन चौधरी और दीपक चौधरी के साथ उसका होने का दावा करते विवाद करते रहते थे, बाउंड्री से पहले ही फिरत ने विवाद का पटाक्षेप करने के लिहाज से तहसीलदार से अपने जमीन का सीमांकन कराया, जिस पर कोरबा राजस्व निरीक्षक और पटवारियों की टीम ने बकायदा उसकी जमीन का सीमांकन पर प्रतिवेदन दिया जिसके बाद निर्माण कराया गया,

इधर बाउंड्री के बाद भी रंजना सिंह और उसके सहयोगी लगातार फिरत को डराने और आधे जमीन को छोड़ने मारपीट करते रहे, जिसकी शिकायत भी फिरत ने है बार संबंधित थाने में की लेकिन सिर्फ बयान दर्ज करने के अलावा कुछ भी नहीं हुआ,

20 नवंबर को जब फिरत अपने गृहग्राम आछीमार गया हुआ था, उसी दौरान रंजना सिंह अपने साथियों के साथ मिलकर 22 नवंबर 2023 को उसके सुने घर का ताला तोड़कर घुस गई, वापस आकर देखने पर फिरत ने घर को अपना बताते उनको जाने कहा जिसके बाद रंजना सिंह, चेतन चौधरी और दीपक चौधरी ने उसके साथ मारपीट की,

पुलिस में शिकायत के कइयों दिन बाद अपराध दर्ज हुआ, लेकिन घर और ज़मीन अब भी कांग्रेसी नेत्री रंजना सिंह अपने कब्जे में रखे हुए है,ताज़ा मामले में अपने घर की हालात देखने पहुंचे फिरत ने देखा कि उनके मकान के सामने ही ट्रक खड़ी थी, वहीं पर कार, तीन चार स्कूटी व तीन चार मोटर साइकिलें भी खड़ी थी,

आटो से उतरकर भीतर आए तो देखा कि उनके घर के अंदर में रंजना सिंह, उसकी दो तीन बहनें एवं उनके साथ 15-16 लोग अंदर बैठे ईसाइ धर्म की प्रार्थना कर रहे थे, इस दौरान उन लोगों ने फिरत राम के घर के अंदर लगी हुई हिन्दु देवी-देवताओं की तस्वीरें एवं मुर्ति भी निकालकर बाहर फेक दिया था,

फिरतराम ने कहा कि मानिकपुर निवासी रंजना सिंह, पास्टर चंद्रा समेत वहां मौजूद रहे अन्य लोगों ने उसके घर में जबरन घुसकर हिन्दु धर्म का अपमान किया है, इससे आहत फिरतराम को अब स्थानीय प्रशासन से न्याय की उम्मीद नहीं है, फिरतराम ने मुख्यमंत्री निवास के सामने आमरण अनशन 15 मार्च से करने की बात कही है, उसकी माने तो 20 मार्च तक उसकी समस्या का निदान नहीं होने पर वो पूरे परिवार समेत आत्मदाह कर लेगा,

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