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 बॉलीवुड एवार्ड फंक्शन की तर्ज पर मना जोबी कॉलेज का वार्षिक स्नेह सम्मेलन–

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रायगढ़ / शहीद वीर नारायण सिंह शासकीय महाविद्यालय जोबी-बर्रा में यादगार वार्षिक स्नेह सम्मेलन समपन्न हुआ। धुआंधार प्रदर्शर्नियों की झड़ियों ने अतिथियों सहित प्रांगण में उपस्थित दर्शकों के मन को इतना कदर मोहा कि तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा परिसर गुंजायमान हो उठा। सत्र 2023-24 के फेयरवेल में छात्र-छात्राओं ने अपनी कलात्मक प्रतिभा का परिचय दे कर उत्सव को सजीव और रंगीन बना दिया।


 शुरुआत प्राचार्य रविन्द्र थवाईत और सहयोगियों द्वारा मुख्य अतिथि सरपंच जोबी ग्राम अनुसुईया राठिया व विशिष्ठ अतिथि संतोषी देवांगन एवम अतिथिगणों में विद्यामान उप सरपंच प्रेमबाई गबेल सहित रामाधार गबेल, रामाधार राठिया, संतोष देवांगन व सोहन डनसेना के आतिथ्य सत्कार से हुई। श्री थवाईत ने विद्यार्थियों को एक कड़ी में पिरोते हुए आयोजन के महत्व पर कहा कि यह शिक्षा के साथ मनोरंजन का अवसर है।

उन्होंने ग्रामीण वनांचल स्थित महाविद्यालय में भी वर्तमान सत्र में सफलतापूर्वक संचालित हुए छोटे-बड़े कुल करीब 36 से अधिक कार्यक्रमों सहित नवीन उपलब्धियों में शुमार आयोजनों पर संक्षेप में प्रकाश डाल कर कार्यक्रम को गति दी। इसी क्रम में मुख्य अतिथि सुश्री राठिया ने बच्चों को अपनी भावनाओं को खुल कर दिखाने की मार्मिक अपील कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। वहीं, अतिथि श्री गबेल ने भारत माता और छत्तीसगढ़ महतारी के जयकारों के साथ विद्यार्थियों को शुभाशीष प्रदान किया।


 सम्मेलन असामाजिक तत्वों से दूर विशेष तौर पर मीठे और सौहाद्रपूर्ण वातावरण पर केंद्रित रहा। प्रतिभागियों ने सहायक प्राध्यापक एवं सांस्कृतिक प्रभारी वीपी पटेल के नेतृत्व में सभी ने परंपरागत और आधुनिक शैलियों में गीत, संगीत, नृत्य और नाटकों की प्रस्तुतियों से अविस्मरणीय समय व्यतीत किया।

तदोपरांत पुरस्कार वितरित करने का क्षण आया, चुनिंदा प्रतिनिधत्व में कु. मनीषा देवांगन, कु. मधु महंत, कु. सुषमा यादव सहित करीब आधा दर्जन कलाकारों ने अतिथियों के करकमलों से स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र अर्जित किए। उल्लेखनीय है कि आयोजन में मार्गदर्शक रहे सहायक प्राध्यापक एसपी दर्शन व योगेन्द्र राठिया, मंच संचालक अतिथि व्याख्याता राहुल राठौर व रितेश राठौर एवं प्रबंधकीय कार्य में राम नारायण जांगड़े व कर्मचारी महेश सिंह सिदार का योगदान सराहनीय रहा।

 देर तलक बंधा समां-जमी रही दर्शक दीर्धा
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 आध्यात्मिक एकल नृत्य-संगीतः- राम भजन की माधुर्यपूर्ण धुन और पंखिड़ा ओ पंखिड़ा जैसी प्रस्तुतियों की कला में निपुण नृत्य एवं संगीत ने श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभव में डुबो दिया। भजन संध्या की तरह सभी गुनगुनाते दिखे। जो सभी को मोहित करने में सफल रहा।

 युगल सांस्कृतिक प्रस्तुतियांः-
मशहूर अभिनेता अमिर खान पर फिल्माए गए ओ री चिरइय्या, नन्ही सी चिड़िया जैसे मनमोहक गीतों और राज्य स्तरीय धरोहरों पर स्थानीय साज-सज्जा व श्रृंगार से लैस क्लासिकल डांस की माकूल प्रस्तुति से दर्शकों को विशेष तौर पर प्रभावित किया।

 आधुनिक सामूहिक नृत्यः-
बॉबी देओल की तरह जमाल खेडू के जवानी जमल-जमल है और मैने चूड़ी है खकाई जौसे फिल्मी गानों में दक्ष कलाकारों ने खूब धूम मचाई। उनकी धुन पर जो डांस नहीं जानते थे, वे भी मस्ती में जम कर झूमे। स्टेप्स और मूवमेंट्स भी देखने में लाज़वाब रहे।

 सामुहिक नाट्य मंचन:-
नाट्य कलाकारों ने सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव पर जोरदार मंचन किया। व्हाट्सएप, इंस्टा और फेसबुक के अनियंत्रित प्रयोग से होने वाली मानसिक एवम शारीरिक नकारात्मकता से बचने-बचाने के टिप्स भी दिए और मंझे हुए थियेटर अभिनेताओं की तरह अदाकारी की।

 संस्कृति ज्ञान परीक्षा में जोबी की मनीषा जिले में अव्वल
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विशेष तौर पर गायत्री परिवार के वरिष्ठ कार्यकर्ता पंचराम निषाद की गरिमामय उपस्थित रही। उन्होंने बताया कि बच्चों में भारतीय संस्कृति के बीज बोने के लिए प्रतिवर्ष संस्कृति ज्ञान परीक्षा आयोजित की जाती है। इस वर्ष सुदूर ग्रामीण अंचल स्थित जोबी महाविद्यालय की बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा कु. मनीषा देवांगन ने सभी प्रतियोगियों को पछाड़ते हुए जिले में प्रथम स्थान बनाया, जिसके लिए मनीषा को प्रशस्ति पत्र देकर पुरस्कृत किया गया।

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