रायगढ़ / ढाबा में बर्तन धोने की बात को लेकर मिस्त्री ने ढाबा में काम करने वाले अधेड़ को लोहे की सरिया से पीटा,मारपीट से अधेड़ की हो गई मौत, पूंजीपथरा पुलिस ने आरोपी मिस्त्री को गिरफ्तार कर भेजा सलाखों के पीछे, दरअसल थाना प्रभारी पूंजीपथरा निरीक्षक कृष्णकांत सिंह को ग्राम उज्जवलपुर के फटहापुल नाले में एक व्यक्ति का शव पड़े होने की सूचना मिली,
थाना प्रभारी ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना से अवगत कराकर थाने के सहायक उप निरीक्षक जयराम सिदार, विजय एक्का एवं हमराह स्टाफ के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से शव को नाले से निकलवाया, मृतक की पहचान फटहापुल तिवारी ढाबा में काम करने वाले सहेस राम प्रधान उर्फ पुच्चु प्रधान पिता साधुराम प्रधान उम्र 55 साल निवासी झगरपुर थाना लैलूंगा के रूप में हुई,
थाना प्रभारी द्वारा शव का निरीक्षण किया गया जिसके सिर व अन्य जगहों में चोट के निशान थे, मौके पर पंचनामा कार्यवाही पश्चात शव को पी.एम. के लिये भेज थाना प्रभारी द्वारा ढाबे के संचालक अरविंद तिवारी निवासी ग्राम उज्जवलपुर तराईमाल को तलब किया गया,घटना के संबंध में ढाबा संचालक अरविंद तिवारी ने बताया कि उसे बीते मध्य रात्रि घटना की जानकारी हुई है,
घटना को लेकर अरविंद तिवारी द्वारा थाना पूंजीपथरा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि फटहापुल उज्जलपुर के पास रोड किनारे तिवारी ढाबा है जिसमें करीब ढाई साल से सहेस प्रधान उर्फ पुच्चू प्रधान (मृतक) सप्लायर का काम कर रहा है, तथा ग्राम गोढी का लक्ष्मण सिदार चौकीदार एवं ग्राम सुबरा थाना लैलूंगा के मनोज चौहान को डेढ महीना पहले ढाबा में खाना बनाने वाले मिस्त्री के काम पर रखा था,
वह रोज की तरह देर शाम अपने रायगढ़ के किराये मकान में चला गया,ढाबा में सप्लायर सहेस प्रधान, चौकीदार लक्ष्मण सिदार और मिस्त्री मनोज चौहान थे, देर रात मां मोबाइल पर कॉल कर बतायी कि उसे चौकीदार लक्ष्मण सिदार बताया कि रात करीब 10-11 बजे के बीच चौकीदार पास के गैरेज में आग तापने गया था,
उसी समय ढाबा मिस्त्री मनोज चौहान के द्वारा सहेस प्रधान उर्फ पुच्चू प्रधान को मारकर पास के नाले में फेंक दिया है, सूचना पाकर रात में ही ढाबा पहुंचा,चौकीदार और कुछ लोग ढाबा के पास खड़े थे, जिनके साथ सहेस राम का तलाश करने पर सहेस प्रधान का शव फटहा नाला के पानी अंदर डूबा दिखा,
ढाबा संचालक के रिपोर्ट पर आरोपी मनोज चौहान पर हत्या का अपराध दर्ज कर आरोपी मनोज चौहान को पता तलाश कर हिरासत में लिया गया, जिसने पूछताछ में हत्या करना स्वीकार कर बताया कि रोज ढाबा के बर्तन धोने की बात को लेकर सप्लायर का काम करने वाले सहेस प्रधान उर्फ पुच्चु प्रधान से झगड़ा होता था,
बीते रात भी सहेस राम को बर्तनों को धोने के लिए बोला तो वो धोने से मना कर रहा था, जिसे लेकर दोनों के बीच झगड़ा विवाद हुआ और हाथ मुक्का और चुल्हा के पास रखे लोहे की सरिया से सहेस प्रधान के सिर, माथे व कनपट्टी में मारा जिससे वहीं सहेस प्रधान की मौत हो गई, जिसके शव को घसीटते हुए नाल में ले जाकर फेंक दिया था,आरोपी से घटना में प्रयुक्त लोहे का सरिया (12 mm) छड़ व अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य जप्त किया गया है, वही अब पुलिस आगे की कार्यवाई में जुट गई है,
एसएसपी श्री सदानंद कुमार के दिशा निर्देशन एवं एडिशनल एसपी संजय महादेवा के मार्गदर्शन पर मामले की विवेचना, आरोपी पतासाजी, गिरफ्तारी में थाना प्रभारी पूंजीपथरा निरीक्षक कृष्णकांत सिंह, सहायक उप निरीक्षक जयराम सिदार, विजय एक्का आरक्षक बालचंद राव, धर्मेंद्र प्रताप सिंह और डोमन सिदार की अहम भूमिका रही है,