होम Chhattisgarh रायगढ़

प्रेमी जोड़े ने तहसील कार्यालय में पुलिस-पत्रकारों के सामने थामा एक दूजे का हाथ–

116

रायगढ़ / प्रेमी जोड़े ने पुलिस-पत्रकारों के सामने तहसील कार्यालय में ताउम्र के लिए थामा एक दूजे का हाथ, दरअसल  परिजनों के द्वारा अंतरजातीय विवाह के लिए नहीं मानने पर एक करारोपण अधिकारी ने पुलिस और प्रेस के सामने अपनी प्रेमिका की मांग को सिंदूर से सजाते हुए मंगलसूत्र पहना कर पत्नी के रूप अपना बना लिया,

मिली जानकारी के अनुसार पुसौर थाना प्रभारी सीताराम ध्रुव को सोमवार सुबह खरसिया थाने से पॉइंट मिला कि घर से भागा प्रेमी जोड़ा एक कार में पुसौर तरफ जा रहे है, जिसपर कार्यवाही करते हुए निरीक्षक ध्रुव ने सहायक उपनिरीक्षक उमाशंकर विश्वाल और टीम के साथ पुसौर के बोरोडीपा चौक में नाकाबंदी की , इसी बीच एक कार में एक युवक और युवती को वहां पहुंचे,जिसे देख पुलिस ने रोककर पूछताछ की तो पता चला कि पुलिस जिसे तलाश कर रही है ये वही प्रेमी जोड़ा है ,

पुलिस की पूछताछ में यह भी पता चला कि कार चालक युवक खरसिया निवासी राकेश कुमार अरोरा है, जो वर्तमान में रायपुर में जीएसटी करारोपण अधिकारी है तो युवती का नाम अंकिता मित्तल है जो की खरसिया निवासी है,युवक ने पुलिस के सामने युवती ने युवक का हाथ थामते हुए कहा कि दोनों बालिग है और अपनी मर्जी से घर से उसके साथ निकली है,और उसी से विवाह करना चाहती है,

वहीं युवक ने बताया कि सोशल मीडिया में हुई अनजानी मुलाकात से दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे और बीते 5 बरस में उनका प्रेम इस कदर परवान चढ़ा कि अब वे प्रेम विवाह करना चाहते हैं,उनके प्रेम कहानी की भनक लगने पर युवती के परिजन विरोध में हैं इसलिए वे अपने रिश्ते को नाम देने के लिए घर से निकल पड़े हैं,

जिसके बाद पुलिस उनको रायगढ़ तहसील कार्यालय लेकर आई,युवती किसी भी हाल में अपने महबूब से अलग होने के बजाए उसके संग पत्नी बनकर रहने की जिद पर अड़ी थी और युवक भी उसे अपनाने को तैयार था, मगर रायगढ़ पहुंचे उनके परिजन अंतरजातीय विवाह के विरोध में थे,

इसलिए सुरक्षा व्यवस्था के बीच उन्हें तहसील कार्यालय में नायब तहसीलदार तृप्ति चंद्राकर ने अपने चेम्बर में प्रेमी जोड़े का बयान लिया तो उन्होंने सामाजिक दीवारों को तोड़ते हुए आदर्श विवाह की बात कही,

इधर इस हाईप्रोफाइल लव स्टोरी को देखने तहसील कार्यालय में लोगों की भीड़ लगी तो मीडिया के पहुंचने पर पुलिस के सामने राकेश ने अंकिता की मांग को सिंदूर से सजाते हुए उसके गले में मंगलसूत्र बांधा और उसे जीवनसाथी के रूप में स्वीकार किया,

वहीं अंकिता ने भी राकेश को वरमाला पहनाते हुए उसके संग जीवनभर रहने का संकल्प भी लिया, यही नहीं सरकारी दफ्तर में एक दूजे को पति-पत्नी के तौर पर अपनाने वाले जोड़े ने विधिवत कोर्ट मैरिज के लिए विशेष विवाह अधिनियम का आवेदन भी भरा ताकि अतिरिक्त कलेक्टर के समक्ष वे कानूनी रूप से ब्याह रचा सके,

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें