सेहतनामा / कई बार खाने-पीने की चीजों में हम काफी कोताही बरतते हैं जिस तरह का आजकल प्रोसेस्ड और फास्ट फूड बाजार में आ गया है, उसमें अक्सर हम अनहेल्दी खाना खाते हैं जिससे हमारी आँतों में गंदगियों की भरमार लग जाती है,इससे कॉन्स्टिपेशन, गैस, ब्लॉटिंग जैसी समस्याएं आ जाती है और जब पेट में जब ये सारी परेशानियां हो तो पूरा मन खिन्न रहता है,
किसी काम में मन नहीं लगता. चाहे वह पेट का फूलना हो या कब्ज हो या गैस हो, इससे इंबैरेसिंग भी हो जाता है. इससे निपटने के लिए लोग दवा का सहारा लेते हैं लेकिन इससे तत्काल तो परेशानी दूर हो जाती है लेकिन फिर से दोबारा परेशानी शुरू हो जाती है. इसलिए नेचुरल तरीके से इस परेशानी को दूर करना ज्यादा फायदेमंद है.
हालांकि पेट के निचले हिस्से की सफाई वैसे भी बहुत जरूरी है. इससे कोलोन में जमे हानिकारक टॉक्सिन और पारासाइट का भी सफाया हो जाता है. पर आंत की गंदगियों को नेचुरल तरीके से साफ करना ज्यादा फायदेमंद है.
1. सॉल्टवाटर फ्लश-हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक सॉल्टवाटर फ्लश कोलोन को साफ करने में बहुत काम आता है. इसके लिए सुबह-सुबह खाली पेट उठते ही गुनगुने पानी में थोड़ा सा नमक मिलाए और उसे पी लें. बहुत जल्द टॉयलेट का अर्ज होगा और पेट की गंदगी बाहर निकल जाएगी. इससे कॉन्स्टिपेशन की समस्या भी दूर होगी.
2. प्रोबायोटिक्स-कोलोन साफ करने के लिए प्रोबायोटिक्स बेहद मददगार साबित होता है. इसके लिए आप छाछ, योगर्ट, किमची, अचार पानी आदि का सेवन कर सकते हैं. इससे पेट में इंफ्लामेशन दूर होगा.
3. एप्पल जूस–एप्पल यानी सेब में बहुत अधिक मात्रा में फाइबर होता है जो पेट के कोने-कोने की गंदगी को साफ कर देता है. कई अध्ययनों में साबित हो चुका है कि सेब का जूस आंत साफ करने के लिए बेहद फायदेमंद है. बिना छिल्का उतारे सेब का जूस पीएं. सेब का जूस पीने के बाद तेजी से पेट साफ हो जाएगा.
4. लेमन जूस-पेट साफ करने के लिए लेमन जूस बेहद फायदेमंद होता हैं. लेमन जूस में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी होता है जो एसिडिटी को भी खत्म कर देता है. लेमन जूस पेट में छुपे हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म कर देता है. यह बेहद कारगर कोलोन क्लींजर है.
5. वेजिटेबल जूस-रिपोर्ट के मुताबिक पेट को साफ करने के लिए बेजिटेबल जूस बहुत फायदेमंद है. बेजिटेबल जूस में फूलगोभी, ब्रोकली, पालक, टमाटर, गाजर, बंद गोभी, लौकी, करेला आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि बेजिटेबल जूस का सीमित मात्रा में सेवन करें. हर दिन इसका सेवन न करें.
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