अंबिकापुर / करोड़पति बनने के चक्कर में जालसाजों के चंगुल में फंसी महिला ने पुल से मांड नदी में कूदकर अपनी जान दे दी, महिला ने पुल से छलांग लगाई जिसके बाद चट्टानों से टकरा कर उसकी मौत हो गई, मामले में जब पुलिस ने जांच शुरू की तो बड़े चौंकाने वाले खुलासे हुए ,मृतिका ने बीते दो सप्ताह में ठगों के बहकावे में आकर कर्ज लेकर उन्हें रुपये ट्रांसफर कर रही थी,

एक मुश्त 25 लाख रुपये पाने के लालच में अंतिम बार उसने 15 हजार रुपये ट्रांसफर किये थे,लेकिन जब महिला को पैसे नहीं मिले तो उसने पुल से कूदकर अपनी जान दे दी फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है, जिसमें और भी खुलासे होने की बात कही जा रही है.ये पूरा मामला सीतापुर थाना इलाके का है.

दरअसल,सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम लीचिरमा निवासी 45 वर्षीया सेवबती पैकरा पति स्व. मानिकचंद ने मांड नदी के पुल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी, महिला ने पुल से छलांग लगाई जिसके बाद नदी में मौजूद चट्टानों से टकराकर उसकी मौत हो गई.

महिला द्वारा आत्महत्या किए जाने की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के साथ ही मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू की गई. पुलिस की अब तक की जांच में जो बात सामने आई है वह काफी चौंकाने वाली है.  

पुलिस के अनुसार महिला के पास अज्ञात जालसाजों द्वारा लॉटरी जीतने का मैसेज भेजा गया था और फिर महिला ने वॉट्सऐप मैसेज भेजने वालों से सम्पर्क किया, जिसके बाद से ही ठगी का सिलसिला शुरू हुआ. लॉटरी में जीती हुई करोड़ों रुपये की रकम को देने के लिए प्रोसेसिंग फीस और अन्य चीजों के नाम पर उससे रुपये मांगे गए.

महिला ने करोड़पति बनने की लालसा में आकर कई लोगों से उधार में रुपये लेकर ठगों को ट्रांसफर कर दिए, जिसके बाद महिला कर्ज में डूब गई थी. अंतिम बार महिला ने 25 लाख रुपये लेने के लिए 15 हजार रुपये खाते में ट्रांसफर किए थे, लेकिन उसके बाद भी जब लॉटरी की रकम नहीं आई तो महिला तनाव में आ गई थी.

पुलिस के अनुसार ठगों के चंगुल में फंसी महिला ने मांड नदी के पुल से कूदकर अपनी जान दे दी. इस संबंध में थाना प्रभारी शिशिरकांत सिंह ने बताया कि महिला के वॉट्सऐप में जालसाजों ने कॉल कर लॉटरी फंसने का लालच देकर अपने झांसे में ले लिया.

ठगों के कहने पर महिला करोड़पति बनने की लालच में उसके खाते में हफ्ते दो हफ्ते से पैसा ट्रांसफर कर रही थी. आत्महत्या करने से पहले भी उसने जालसाजों के कहने पर 15 हजार रुपये ये सोचकर डाला था कि उसके खाते में इनाम की मोटी राशि आएगी.

ठगों के अकाउंट में पैसा डालने के बाद भी जब उसके खाते में पैसा नहीं आया, तब उसने परेशान होकर ये कदम उठाया और पुल से कूदकर मांड नदी में अपनी जान दे दी. चल रही है जांच सीतापुर एसडीओपी ध्रुवेश जायसवाल ने बताया कि महिला को लॉटरी जीतने के नाम पर ठगी का शिकार बनाया गया.

महिला ने कुछ लोगों से कर्ज लिए थे अभी मामले की जांच चल रही है. एसडीओपी के अनुसार खातों की जांच और लोगों से पूछताछ के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि महिला पर कितने का कर्ज थी. इसके साथ ही ठगों के बारे में भी जानकारी एकत्रित की जा रही है.

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