रायगढ़ / रायगढ़ जिले की महत्वकांक्षी केलो परियोजना में नहरों के निर्माण का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। जिससे हजारों किसानों को सिंचाई के लिए पानी पहुंचाया जा सके। मुख्य नहर और शाखा नहर का काम पूरा किया जा चुका है। वितरक और लघु नहरों के शेष बचे काम को भी पूरा किया जा रहा है। दिसंबर 2023 तक नहरों का कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
पुसौर विकासखंड के ग्राम नेतनागर में भी नहर का काम किया जाना है। यहां लगभग 1.6 किमी का काम होगा। जिसके पश्चात 860 हेक्टेयर भूमि के लिए सिंचाई की सुविधा मिलेगी। केलो परियोजना में नहरों का काम पूरा होने पर हजारों किसानों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। सिंचाई का रकबा तो बढ़ेगा ही। भू-जल के रिचार्ज का एक बड़ा फायदा नहरों के बनने से मिलेगा। जो आने वाले समय में भी पेयजल की आपूर्ति और स्थानीय जल स्त्रोतों में वाटर लेवल को बनाए रखने के लिहाज से अत्यंत लाभकारी होगा। इससे क्षेत्र में फसल की उत्पादकता बढ़ेगी।
गौरतलब है कि केलो वृहत परियोजना की शुरुआत 2009 में हुई थी। इसकी लागत 891 करोड़ रुपए है। इसमें केलो डैम के निर्माण के साथ ही मुख्य नहरए शाखा और वितरक नहरों का निर्माण शामिल है। केलो डैम की क्षमता 61.95 मिलियन क्यूबिक मीटर है। इस परियोजना के पूरे होने से 175 गांवों के 22 हजार 810 हेक्टेयर को सिंचाई सुविधा मिलेगी। जिसमें रायगढ़ जिले के 167 गांवों की 21 हजार 596 हेक्टेयर और सक्ती जिले के 8 गांवों की 1 हजार 214 हेक्टेयर जमीन शामिल है। इसके निर्माण की उच्च स्तर से नियमित समीक्षा की जा रही है।