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करोड़ों के जेवर व नगदी चोरी के मामले का पुलिस ने किया खुलासा,आरोपी अक्षय ईरानी टोपी चश्मा बेचने के बहाने करता था रेंकी….

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 दुर्ग / दुर्ग जिले के पदमनाभपुर क्षेत्र के पूर्व कैबिनेट मंत्री के रिश्तेदार बड़े कांट्रेक्टर पंकज राठी के घर हुए करोड़ों के जेवर, व नगदी चोरी के मामले में पुलिस के द्वारा आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से चोरी गये सभी सोने, चांदी के जेवरातों सहित अन्य सामानों को पुलिस ने जब्त कर लिया है, आरोपी नागपुर शहर का निगरानी सुधा बदमाश रहा है और 12 वर्षों तक कई धाराओं में महाराष्ट्र की जेल में बंद रहा है,जेल से छूटने के बाद उसने भिलाई दुर्ग में आकर चोरी करने लगा था,

इस मामले की पूरी जानकारी देते हुए जिले के पुलिस कप्तान अभिषेक पल्लव ने मीडिया को बताया कि नागपुर में लगभग 41 चोरी करने का उसके खिलाफ महाराष्ट्र के विभिन्न थानों में रिपोर्ट दर्ज हैं, आरोपी के पास से सवा दो करोड़ कीमत के सोने चांदी के जेवर एवं नगदी रकम शत.प्रतिशत रिकवर की गई है, 5000 किलोमीटर की लगातार तीन दिनों तक यात्रा 1000 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज को देखने के बाद आरोपी को पकड़ पाने में दुर्ग पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है,

घूमते हुये सुने मकान को देखकर देता था सोने.चांदी के जेवरातों को जमीन में गाडकर व नगदी रकम को रखा था तकिया के अंदर छिपाकर रखा था, एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग एवं चौकी पदमनाभपुर की संयुक्त कार्यवाही से सफलता प्राप्त हुई है,

मामले में पुलिस अधीक्षक दुर्ग डॉ अभिषेक पल्लव ने पत्रकार वार्ता में बताया कि 7 फरवरी को पंकज राठी निवासी आदर्श नगर दुर्ग 5 फरवरी को शाम 04 बजे के करीब अपनी पत्निए भाईए भाभीए मॉ.पिता जी एवं बच्चों के साथ अपने घर ताला बंद करके रिश्तेदार के घर विवाह समारोह में सम्मिलित होने हेतु रायपुर गया हुआ था,

6 फरवरी की रात्रि 12 बजे घर वापस आकर देखा तो कोई अज्ञात व्यक्ति मेन गेट के लोहे का दरवाजा खोलकर घर के गेट का ताला तोड़कर आलमारी का लॉक तोड़कर आलमारी मे रखे मॉए भाभी एवं पत्नि के सोने के आभूषण करीब 200 तोला एवं चॉंदी का बर्तन एवं सिल्ली तकरीबन 15 किलोग्राम एवं नगदी रकम करीबन 10 लाख रूपये को चोरी कर ले गया है, धारा 457,380 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया,

प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा व चौकी पदमनाभपुर प्रभारी निरीक्षक राजीव तिवारी के नेतृत्व संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया था आसपास के मार्गो में लगे सीसीटीवी कैमरो का सूक्ष्मता से अवलोकन किया गया अवलोकन के दौरान एक संदेही का फूटेज घटना के अनुमानित समय पर प्राप्त हुआ था,प्राप्त फूटेज के आधार पर उस संदेही के घटना स्थल आवागमन के समय अनुसार लगातार मार्गो पर लगे सीसीटीवी के माध्यम से अवलोकन करते हुये पीछा किया गया,

जो कि ग्रीन चौक मोहन नगर दुर्ग तक निरतंर दिखाई देता रहा किंतु ग्रीन चौक रात्रि के समय भी काफी भीड वाला स्थान होने से संदेही की पहचान करने में काफी असुविधा हो रही थी जिसके बावजूद भी टीम द्वारा आगे जाने के सभी मार्गो में लगे सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन किया गया, जिससे आरोपी का एक निश्चित निवास का दायरा तय किया जा सका,

आरोपी की पहचान अक्षय ईरानी हाल निवासी तितुरडीह के रूप में सुनिश्चित की जा सकी, आरोपी के निवास, स्थानीय संबंध, दोस्तो एवं परिवार के व्यक्तियों के संबंध में विस्तृत जानकारी एकत्र की गई, जिससे पता चला कि आरोपी अक्षय भैसारे मूलत: मिनीमाता नगर कलमना नागपुर महाराष्ट्र का निवासी है,

जिसके विरूद्ध नागपुर महाराष्ट्र के विभिन्न थाना क्षेत्रों में चोरी.नकबजनी, लूट, डकैती के प्रयास एवं एक्सटॉर्सन के तकरीबन 41 आपराधिक मामलें दर्ज है, आरोपी पूर्व में अपने पड़ोस मे ही रहने वाली किसी ईरानी युवती से प्रेम विवाह कर युवती के साथ छग आ गया था जो कि पिछले 01 साल से केलाबाडी भाठापारा एवं तितुरडीह दुर्ग में अपनी पत्नि के साथ निवास कर रहा था,

आस.पास के लोगो को टोपी चश्मा बेचने का व्यवसाय करने की बात बताता था जबकि वास्तविकता में वह दिनभर घूमते रहता व रात में चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था, तकनीकी आधार पर आरोपी की उपस्थिति पता करने पर मुंबई व गोवा में होना पता चला, नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग वैभव बैंकर रमनलाल के नेतृत्व में 11 सदस्यीय 01 टीम गठित कर अधिग्रहित वाहनों में मुबंई एवं गोवा रवाना किया गया,

टीम द्वारा लगातार आरोपी की उपस्थिति की जानकारी प्राप्त करते हुये गोवा पहुंच कर गोवा के मापुसा क्षेत्र में पतासाजी किया जाता रहा, गोवा में अलग.अलग क्षेत्रों में विभाजीत होकर टीम के सदस्य फोटो के आधार पर आरोपी की पतासाजी करते रहे, इसी दौरान तकनीकी माध्यम से आरोपी की उपस्थिति एन्जुना बीच गोवा मे होना पता चलने पर बहुत ही कम समय में अलग.अलग क्षेत्रों में पतासाजी कर रही टीमें बेहतरीन आपसी समन्वय स्थापित कर यथासंभव स्थानीय साधनों के माध्यम तत्काल एन्जुना बीच पहुंच कर आरोपी की गतिविधियों का लगातार अवलोकन करते रहे बीच से बाहर निकलते ही उसे घेराबंदी कर पकडऩे में सफलता प्राप्त हुई,

टीम द्वारा घटना के बाद से लगातार आरोपी की पहचान सुनिश्चित करने एवं पतासाजी कर माल बरामदगी एवं गिरफ्तारी का प्रयास किया जाता रहा, टीम द्वारा लगातार 5000 किलोमीटर का सफर बिना रूके 03 दिनों में पूरा करते हुये आरोपी को गिरफ्तार करने एवं चोरी की संपत्ति बरामद करने में सफल रहे, आरोपी से पूछताछ करने पर उक्त घटना के साथ ही विगत 01 वर्ष के दौरान जिले के अन्य क्षेत्रों में भी नकबजनी की घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया गया,

विस्तृत पूछताछ करने पर आरोपी के द्वारा करीब 01 सप्ताह पूर्व आदर्श नगर नगर दुर्ग में अपनी मैस्ट्रो दुपहिया वाहन से रेकी करने के बाद एक सूने मकान के दरवाजे का ताला तोडकर आलमारी में रखे सोने.चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम को चोरी करने के बाद सोने.चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम को एक बैग में भरकर अपनी मैस्ट्रो वाहन में रखकर ले जाना जिसमें से सोने.चांदी के जेवरात को अपने ससुराल भाठापारा के घर की बाड़ी में जमीन में गड्ढा खोदकर गड़ा कर छिपाना एवं नगदी रकम को तकिया के अंदर भरकर सिलाई करके रखनाए कुछ नगदी रकम अपने साथ रखकर गोवा घूमने आना व खर्च करना बताया,

जिससे टीम द्वारा लगातार सफर करते हुये वापस आकर भाठापारा से चोरी गई सोने.चांदी की मषरूका व शेष नगदी रकम को बरामद कर जप्त किया गया, चोरी के अन्य मामलों में आरोपी के द्वारा घटित किया जाना बताने के संबंध में टीम द्वारा विस्तृत पूछताछ कर तस्दीक कार्यवाही की जा रही है, आरोपी के विरूद्ध अग्रिम कार्यवाही चौकी पदमनाभपुर से की जा रही है, पत्रकार वार्ता में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर संजय ध्रुव, नगर पुलिस अधीक्षक, दुर्ग वैभव बैंकर रमनलाल ;उप पुलिस अधीक्षक अपराध प्रभात कुमार उपस्थित थे….

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