रायगढ़ / रायगढ़ जिले के लैलूंगा में बीते 25 दिसंबर को ललित यादव नामक युवक की मौत हो गई थी, जिसके बाद भाजपा राजनीतिक दल के लोगो द्वारा उसके शव को लेकर सड़क पर रखकर चक्का जाम व सीबीआई जांच सहित परिवार वालो को 50 लाख मुआवजा की मांग की जा रही थी,

जिसमे आरोप लगाया जा रहा थी कि दुष्प्रेणा का शिकार हुआ था पुलिस द्वारा झूठा आरोप में दबाव पूर्वक जेल भेज दिया गया था जिससे डिप्रेशन में उसकी मौत हो गई है दिनभर चले चक्का जाम और नारेबाजी एसडीएम व एसडीओपी के समझाईस व मजिस्ट्रेट जांच के आश्वसन के बाद शव को पीएम के लिए भेजा गया था! 

आपको बता दें कि बीते दिनों नाबालिक की शिकायत पर पुलिस के द्वारा भाजपा आईटी सेल के नेता सहित चार लोगों को गिरफ्तारी की गई थी जिसमें उपरोक्त मृतक भी शामिल था वही गिरफ्तारी को लेकर भाजपा वालों ने आरोप लगाया था कि धर्मांतरण का विरोध कर रहे युवकों को पुलिस ने आरोपी बनाया है,

तथा मिशनरियों की रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध किया गया वहीं मामले ने एक आरोपी की मौत के बाद भाजपा के दिग्गज नेता मृतक के परिजनों के साथ सड़क पर रखकर खूब नारेबाजी की तथा पुलिस के ऊपर यह भी आरोप लगाया गया कि गलत कार्यवाही की वजह से युवक डिप्रेशन में था और मौत हुई है भाजपा प्रदर्शनकारी नेताओं के द्वारा मामले में सीबीआई जांच और 50 लाख मुआवजे की मांग की गई थी!

वर्जन -मामले में पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों की पैनल द्वारा किया गया जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई तथा समस्त कार्रवाई कार्यपालक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में संपन्न हुई जिसमें मृत्यु का कारण अब तक कार्डियक अरेस्ट अर्थात हार्ट  फेल होना पाया गया है, जिसका कारण एल्कोहल इंटॉक्सिकेशन बताया जा रहा है ,जांच को और पुष्ट करने के लिए पेट के अन्य तत्व के परीक्षण हेतु विसरा प्रिजर्व करके आज फॉरेंसिक जांच हेतु भी भेजा गया  है।

-दीपक मिश्रा (एसडीओपी धरमजयगढ़)

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